“UP में वोटिंग या प्लानिंग? अखिलेश का तंज—चुनाव आयोग भी ‘अनमोल’!”

गौरव त्रिपाठी
गौरव त्रिपाठी

लोकसभा के अंदर मंगलवार को तब माहौल गर्म हो गया, जब सपा सांसद अखिलेश यादव ने चुनाव सुधारों पर चर्चा के दौरान चुनाव आयोग और केंद्र सरकार दोनों पर सीधे-सीधे सवाल दाग दिए। उनका कहना था कि “UP उपचुनावों में निष्पक्षता सिर्फ किताबों में थी, जमीन पर नहीं!”

उपचुनाव का मामला: “वोटर को घर से बाहर ही न निकलने देने की प्लानिंग”

अखिलेश ने रामपुर उपचुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि “उस दिन पुलिस-प्रशासन की प्राथमिकता वोटिंग नहीं, वोटर को रोकना था।” उन्होंने तंज करते हुए कहा कि पहली बार BJP यहां से जीत गई, लेकिन जीत से ज्यादा तरीका चर्चा में रहा।

सपा प्रमुख का दावा—हर घटना की शिकायत चुनाव आयोग को दी। लेकिन “किसी पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, अगर हुई हो… तो बताओ!”

इस पर सदन में हल्की हलचल भी दिखी।

“Teknoloji के नाम पर EVM—Japan और Germany भी बैलेट से चल सकते हैं तो हम क्यों नहीं?”

अखिलेश ने बैलेट पेपर की वापसी की मांग दोहराई और कहा कि तकनीक की दुहाई देने वाले पहले जापान-जर्मनी को देखकर आएँ।
“उनके पास टेक्नोलॉजी कम है या इरादे साफ़?”

Freebies, Media Space और Electoral Bonds: “खेल तो सबको दिख रहा है”

सपा सांसद ने कहा कि TV और सोशल मीडिया पर बराबर मौका मिलना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि BJP हजारों करोड़ सोशल मीडिया कैंपेन पर खर्च कर रही है और Electoral Bonds का सबसे बड़ा फायदा भी उसे ही मिला।

कांग्रेस पर भी एक हल्की चुटकी— “ये भी नहीं बताते कि मिलता कहां से है!”

SIR और यूपी में ‘इनसाइड NRC’ का आरोप

यूपी में SIR (Special Investigation Report सिस्टम) पर बोलते हुए उन्होंने दावा किया कि इससे 10 लोगों की मौत तक हो चुकी है।

उन्होंने कहा— “ये SIR नहीं… अंदरखाने में NRC जैसा खेल चल रहा है।”

चंडीगढ़ वोटिंग विवाद: ‘One Person, Many Votes!’

चंडीगढ़ मेयर चुनाव का ज़िक्र करते हुए बोले कि वोट चोरी हुई। कई मतदाताओं को वोट डालने से रोका गया। एक आदमी ने कई बार वोट डाल दिया। सरकारी योजनाओं का उपयोग करके मतदाता प्रभावित किए गए, उनका कहना था कि अगर वन नेशन–वन इलेक्शन की बात हो रही है तो, सबसे पहले चुनाव आयोग को ही सुधारना पड़ेगा।

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